
देश में प्रधानमंत्री को मिली है एसपीजी सिक्योरिटी… जानिए जेड प्लस से कितनी अलग है और कैसे करती है काम?
एसपीजी घेरा दुनिया का सबसे सुरक्षित घेरा क्यों कहा जाता है। एसपीजी के जवानों के पास आपको जो भी सामान दिख रहा है,
उनमें से हर एक सामान की अपनी अलग तकनीक है….काला चश्मा से लेकर जूते तक में कोई न कोई गहरा राज छुपा होता है।
पीएम मोदी को कुछ ही सेकंड में कैसे सुरक्षित कर सकते हैं यह सब जानते है। एसपीजी कमांडो की सुरक्षा चार स्तर की होती है।
पहले स्तर में एसपीजी की टीम के पास सुरक्षा का जिम्मा होता है। एसपीजी के 24 कमांडो प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहे थे।
सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और दूसरे अत्याधुनिक हथियार होते प्रधानमंत्री बुलेट प्रूफ कार में सवार होते काफिले में दो विशेष गाड़ियां चलती है,
काफिले में करीब 100 जवान शामिल होते है। राजीव गांधी की हत्या कब हुई थी, उनकी सुरक्षा एसपीजी जवानों के हाथों में नहीं थी।
पीएम पद से हटने के बाद चंद्रशेखर ने राजीव गांधी की एसपीजी सुरक्षा हटवा दी थी। लोग कहते हैं कि अगर पूर्व पीएम के पास
एसपीजी होती तो आज राजीव जिंदा होते। एसपीजी के जवानों को गोली चलाने से पहले किसी की परमिशन की जरूरत नहीं होती।
पीएम की सुरक्षा पर रोज 1करोड़ 62 लाख रुपए खर्च होते और सालाना बजट 592 करोड है।