बरसात के चलते गरीब का कच्चा मकान गिरा, बाल बाल बचा परिवार खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर, दो दिन से नहीं जला चूल्हा
बरसात के चलते गरीब का कच्चा मकान गिरा, बाल बाल बचा परिवार खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर, दो दिन से नहीं जला चूल्हा

बरसात के चलते गरीब का कच्चा मकान गिरा, बाल बाल बचा परिवार खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर, दो दिन से नहीं जला चूल्हा
हमीरपुर जिले के कुरारा विकास खंड क्षेत्र के बेरी गांव में एक गरीब मजदूर का आशियाना
बीती रात्रि बरसात के चलते भरभरा कर गिर गया। जिससे उसमें रह रहा गरीब मजदूर का परिवार बाल-बाल बच गया।
यहां गरीबों के पास न तो ठौर ठिकाना है और न सर ढकने को छत है। मजदूरी कर परिवार पेट पलना मुमकिन नहीं है।
क्षेत्र के बेरी गांव निवासी बलदेव पुत्र स्व० जियालाल जो कि अपने परिवार का भरण-पोषण करता है।
बीते कुछ दिन पहले बिमारी के चलते उसकी पत्नी की मौत हो गई थी।
उसके एक पुत्री और एक पुत्र हैं।
बड़ी पुत्री बिमला देवी ने बताया कि उसकी शादी नाका गांव में हुई।
ससुराल वालों ने घर से उन्हें निकल दिया था।
जिससे वह अपने पिता के साथ रहकर जीवन यापन कर रही है। जिसके तीन पुत्र हैं,
सबसे बड़े पुत्र को ससुराल वाले अपने साथ रख रहे हैं।
और दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ वह अपने पिता के साथ रहती है।
वहीं दो दिन से हो रही बरसात के चलते उनका कच्चा मकान
गिर गया हालांकि बरसात के चलते सभी लोग जग रहे थे।
जिससे उनका परिवार बाल बाल बच गया।