
एलआईसी की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल सफल रही
देश के केंद्रीय श्रम संगठनों व स्वतंत्र औद्योगिक फेडरेशनों के नेतृत्व में भारत सरकार की कॉर्पोरेट परस्त अथवा सार्वजनिक उद्योग विरोधी नीतियों के साथ-साथ जनविरोधी व श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में लगातार विरोध और संघर्षों के कार्यक्रमों के बावजूद सरकार द्वारा हठधर्मिता के साथ इन विनाशकारी नीतियों को निर्बाध रूप से लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके विरोध स्वरूप इन विनाशकारी नीतियों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर 28 और 29 मार्च 2022 को दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया।
जिसमें एलआईसी कर्मचारियों के संगठन ए.आई.आई.ई. ए व ए .आई .एल .आई. सी. ई .एफ शामिल रहे। एलआईसी के आईपीओ के माध्यम से इसके विनिवेश का प्रयास हो, या लेबर कोड के नाम पर ट्रेड यूनियंस और वर्कर्स के संघर्ष करने के अधिकारों को कमजोर करने का मामला हो । या फिर फैमिली पेंशन सुधार में हीला हवाली हो या एनपीएस को समाप्त कर सभी के लिए पुरानी पेंशन का सवाल हो। अथवा अन्य इकनोमिक डिमांडस हो , इन सारे मुद्दों पर हमारा संघर्ष सीधे सरकार की नीति व नीयत से है और रहेगा।